बुधवार, 17 मई 2017

काँग्रेसी का महापाप

तीन तलाक जैसी जलालत को बचाने के लिए कोर्ट में किया कुतर्क

तीन तलाक पर कट्टरपंथी मुसलमानों के वकील कपिल सिब्बल ने आज सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक को बचाने के लिए किया भगवान् श्री राम का इस्तेमाल।


कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि- तीन तलाक मुसलमानों की आस्था से जुड़ा हुआ मुद्दा है इसलिए इस पर कोर्ट दखल नहीं दे सकती… इस पर कोर्ट ने पूछा कैसे ?

तो कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा कि, जैसे हिन्दू मानते हैं कि राम अयोध्या में पैदा हुए ये हिन्दुओं की आस्था है।

उसी तरह तीन तलाक और हलाला मुसलमानों की आस्था है इसलिए इसको ख़त्म नहीं किया जा सकता ।

कपिल सिब्बल का साफ़ कहना है कि, अगर तीन तलाक ख़त्म किया सुप्रीम कोर्ट ने तो राम अयोध्या में पैदा हुए इस पर भी चर्चा करो और सुप्रीम कोर्ट जो अलग केस में राममंदिर की सुनवाई कर रहा है।

वहाँ पर भी राम मंदिर के खिलाफ ये तर्क दिया जा सके की राम अयोध्या में पैदा हुए इसका कोई प्रमाण नहीं है।

बता दें कि कट्टरपंथी मुसलमानों के समर्थन में काँग्रेस हमेशा से ही राम मंदिर की विरोधी रही है ।

काँग्रेस तीन तलाक के मामले में भी इसीलिए भगवान राम को घसीट रही है।

ये वही काँग्रेस है जिसने 2004 में सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया था कि राम तो थे ही नहीं।

और आज तीन तलाक को बचाने के लिए काँग्रेस का ये वकील नेता भगवान राम का इस्तेमाल कर रहा है।



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